गार्डन में पौधा कैसे उगाएं?(How to grow plants in the garden)
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की बात होती है, तो अक्सर तुलसी, गिलोय या आंवला की सबसे ज्यादा बात होती हैं। लेकिन कई ऐसे पौधे है जिनका कई बीमारियों के इलाज में दवा बनाने में उपयोग किया जाता है, लेकिन जानकारी के अभाव में उन्हें खरपतवार समझ कर हम उसे नष्ट कर देते हैं।
इस रंग के होते हैं फल /Fruits are of this color
दरअसल, हम बात कर रहे है, जंगलों में पाए जाने वाले एक साधारण से पौधे मकोय की. जिससे आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता हैं। आयुर्वेद में इसे काकमाची के नाम से भी जाना जाता हैं। आमतौर पर यह छायादार जगहों पर ज्यादा पाया जाता हैं। इसके पौधे पर जमुनी और लाल रंग के टमाटर जैसे छोटे-छोटे फल लगते हैं। इस पौधे की लंबाई आमतौर पर 1 से 1.5 फीट तक होती हैं। साधारण सा दिखने वाला यह पौधा हमें कई रोगों से बचाने में काफी सहायक होता हैं।
कहीं भी उग जाता है मकोय /Makoy grows anywhere
मकोय को असल में एक खरपतवार माना जाता है, जो कहीं भी उग जाता हैं। जंगलों में तो यह नजर आता ही है, साथ ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की मेड़ में भी इसकी झाड़ी खूब नजर आएगी. शहरी क्षेत्रों के पार्क में जो ट्रैक बनाए जाते है, उसके दोनों तरफ बनी झाड़ियों में भी मकोय खूब दिखता हैं। इसका आकार मटर के दानों से कुछ छोटा होता हैं। फल(Fruit) कच्चा होने पर छोटे हरे मटर जैसा दिखता है और जब पक जाता है तो इसका कलर लाल, पीला या बैंगनी काला जैसा नजर आने लगता हैं।
जवान बनाए रखने में करता है मदद /Helps in keeping young
इन बीमारियों के लिए है रामबाण /There is a panacea for these diseases
यह पौधा गार्डन में – आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर आकांक्षा दीक्षित के मुताबिक मकोय का प्रमुख रूप से एक औषधि पौधा(Medicinal plant) है, इसका इस्तेमाल कुष्ठ और बुखार के उपचार में, सांस संबंधी विकारों को दूर करने में, किडनी की बीमारी(Kidney disease), सूजन, बवासीर, पीलिया ,दस्त या कई प्रकार के चर्म रोग के उपचार में इसका सेवन करने से हमें बेहद लाभ मिलता हैं।
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